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उन्नाव शुक्लागंज में स्थित पुराने ब्रिटिश कालीन यातायात पुल की जर्जर अवस्था के कारण सुबह अचानक गिरकर गंगा नदी में समाया

पुल की कोठियों में आई दरारों के कारण यातायात के लिए प्रशासन ने कर दिया था बंद

उन्नाव । जिला उन्नाव के शुक्लागंज में स्थित पुराने ब्रिटिश कालीन यातायात पुल की जर्जर अवस्था के कारण मंगलवार की सुबह अचानक गिरकर गंगा नदी में समा गया। यह पुल लगभग चार साल से बंद पड़ा हुआ था और प्रशासन ने इसे सार्वजनिक रूप से बंद करने के लिए दीवारें तक बना दी थीं, ताकि कोई इस क्षेत्र में प्रवेश न कर सके। पुल के गिरने से इलाके में हड़कंप मच गया और लोग घबराए हुए नजर आए। वर्ष 2021 में पुल की स्थिति खराब होने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। खासकर पुल की कोठियों में आई दरारों के कारण यातायात को रोकने के लिए प्रशासन ने पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया था। कानपुर और उन्नाव जिले की सीमाओं को जोड़ने वाला यह पुल पहले ही काफी समय से अनुपयोगी था। जब यह पुल बंद किया गया था, तब उन्नाव और कानपुर जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों किनारों पर दीवारें और बैरिकेड्स लगवाए थे, ताकि कोई इस मार्ग का इस्तेमाल न कर सके। हालांकि, इससे पहले कानपुर की ओर पुल को फिर से खोले जाने और उसे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के प्रयास चल रहे थे। प्रशासन इस दिशा में काम कर रहा था, लेकिन उससे पहले ही यह घटना घटित हो गई। पुराने यातायात रेलवे पुल का गिरना स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि यह ब्रिटिश कालीन स्थापत्य का हिस्सा था और लंबे समय से वहां आने-जाने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग था। यह पुल कानपुर की तरफ से 2, 10, 17 और 22 नंबर की कोठियों में आई दरारों के कारण 5 अप्रैल 2021 को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। उस वक्त प्रशासन ने आनन-फानन में पुल के उपयोग को रोक दिया और पुल की जांच के लिए दिल्ली से वैज्ञानिकों की एक टीम भी आई थी। उन्होंने पुल की मरम्मत के लिए 29 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत का अनुमान जताया था। लेकिन प्रशासन द्वारा इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और न ही मरम्मत का कार्य शुरू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप पुल अब गिरने की स्थिति में था। सुबह अचानक जर्जर हो चुके पिलर के पास का एक हिस्सा भरभराकर गंगा नदी में गिर गया। इस हादसे के बाद, जब कुछ लोग सुबह पुल पर पहुंचे और उसने टूटकर गंगा में गिरने का दृश्य देखा, तो उन्होंने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही स्थानीय लोगों और प्रशासन में अफरातफरी मच गई। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुल के गिरने से आसपास के इलाकों में यातायात में बाधा आई है। इसके अलावा, कई स्थानीय लोग इस पुल के गिरने के कारण प्रभावित हुए हैं, क्योंकि यह पुल लंबे समय से उनके लिए एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग था। फिलहाल, पुल के गिरने के बाद प्रशासन ने इस क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं।

 

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