कालपी , जालौन
कस्बे मेें बंदरों के बढ़ते आतंक से स्थानीय लोग परेशान हैं। आए दिन बंदरों के हमले से कोई न कोई घायल हो जाता है। बंदरों के झुंड के सामने से गुजरना खतरे से खाली नहीं होता। कालपी कस्बे में 25 वार्ड हैं और हर वार्ड में बंदरों के बड़े-बड़े झुंड हैं। पैदल चलने वाले कई लोग इनके झुंड को देखकर अपना रास्ता बदल लेते हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि कस्बे में बंदरों का आंतक इतना फैल गया है कि दुकानदार भी काफी परेशान हो चुके हैं। बंदरों की वजह से हर रोज दुकानदरों को सैकड़ों रुपयों का नुकसान होता है। कई दुकानदारों ने बंदरों से सामान बचाने के लिए दुकान पर जालियां लगा ली हैं ।
बंदर इतने चालाक हैं कि घर के दरवाजों की कुंडी खोलकर फ्रिज में रखा सामान ले जाते हैं। इसके अलावा बंदर सुखाने रखे कपड़े ले जाते हैं और जब तक उन्हें कुछ खाने को न दिया जाए बंदर कपड़े नहीं छोड़ते।
लोगों ने यह भी कहा कि कस्बे के कुछ स्थान ऐसे हैं जहां से गुजरना हो तो हाथ में डंडा लेना पड़ता है नहीं तो बंदर हमला कर देते हैं। बंदरों के डर से लोग बच्चों को छतों पर अकेला नहीं भेजते और स्कूल भी खुद छोड़ने जाते हैं।
लोगों ने वन विभाग व नगर पालिका से मांग की है कि बंदरों के आतंक पर काबू पाने के लिए विशेष इंतजाम दिया जाए ताकि कालपी में इनके आतंक पर काबू पाया जा सके।