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मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में फर्रुखाबाद में पत्रकारों का संतो और सामाजिक नेताओं संग बड़ा प्रदर्शन

आरोपियों पर NSA लगाकर जब्त की जाए संपत्ति, परिवार को दिया जाए एक करोड़ का मुआवजा

केंद्र सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए बनाए कानून

फर्रुखाबाद ।छत्तीसगढ़ के बीजापुर में चैनल के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। उनके शव को सेप्टिक टैंक में डालकर चुनवा दिया गया था। जब से यह प्रकरण सामने आया है देश भर के पत्रकार और आम जनता में रोष व्याप्त है। जनपद में भी पत्रकारों ने बड़ा प्रदर्शन किया। संत समाज और सामाजिक संगठन के लोगों के साथ पत्रकारों ने जांबाज पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम सदर रजनीकांत पांडे को सौंपा। जिसमें परिवार को एक करोड रुपए मुआवजा सरकारी नौकरी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। केंद्र सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की भी मांग की गई।

आवास विकास तिराहा पर फर्रुखाबाद के सभी मीडिया साथियों की तरफ से जनता की आवाज उठाने के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले मुकेश चंद्राकर की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। बड़ी संख्या में पत्रकारों ने पहुंचकर मुकेश चंद्राकर को पुष्प अर्पित कर और कैंडल जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। संत समाज भी इस घटना से काफी आक्रोशित है। श्रद्धांजलि सभा में पहुंचकर पंचदस नाम जूना अखाड़ा प्रमुख संत सत्यगिरी महाराज ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पत्रकारों की सुरक्षा हर सरकार को सुनिश्चित करनी चाहिए। आरोपियों को तत्काल सरकार फांसी की सजा चढ़ाने का काम करे वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिंह ने कहा कि मुकेश चंद्राकर एक साहसी पत्रकार थे।नक्सली क्षेत्र में उनकी रिपोर्टिंग सदियों तक याद की जाएगी। पत्रकार आलोक दुबे ने कहा कि मुकेश चंद्राकर ने 2021 में नक्सलियों के चंगुल फैंस सीआरपीएफ जवान को बचाकर लाने का काम किया था। उनकी निर्मम हत्या हृदय विदारक है। पत्रकार ऋषि सेंगर ने कहा कि वह मांग करते हैं कि परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी व एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। पत्रकार अमोद तिवारी ने कहा कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही कर की संपत्ति जप्त की जाए कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए कि देश भर में नजीर पेश हो।पत्रकार वाहिद हुसैन ने कहा कि पत्रकार सबकी बात रखते है।लेकिन पत्रकारों की बात आखिर कौन सुनेगा। पत्रकार प्रमोद शुक्ला ने कहा कि कई बार पत्रकारों के ऊपर हमले हुए लेकिन सरकार ने समय पर अगर कठोर कानून बनाया होता तो ऐसी घटना नहीं होती।
हिंदू महासभा युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद जिला उपाध्यक्ष डॉ अविनाश पांडे, हिंदूवादी नेता विपिन अवस्थी, युवा कवि वैभव सोमवंशी, सामाजिक नेता वीर सिंह अंबेडकर ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया। छत्तीसगढ़ सरकार से आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान रॉबिन कपूर, पंकज प्रकाश, शिव किशोर, अनुज कुमार सिंह, रेहान खान, अमर साइमन, उत्कर्ष चतुर्वेदी, इमरान खान, अंकित माथुर, मुकेश बाथम, जितेंद्र कश्यप,अतुल जैन,अजय चौहान आदि मौजूद रहे।

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