सरपंच द्वारा ग्रामीणों के साथ किया जा रहा सौतेला व्यवहार
Step-motherly treatment being given to the villagers of Tingadi by the Sarpanch Secretary.
बालाघाट जनपद पंचायत के अंतर्गत सकरी पंचायत वैसे ही पहले से कई मामलों में उलझी हुई पंचायत है, और इस पंचायत का एक मामला प्रकाश में आया है, जो बिल्कुल सरपंच सचिव के यह कृत्य निंदनीय है। सरपंच सचिव ने तीनगड़ी ग्राम के 5 ग्रामीणों को कुआं में मोटर लगाने के विषय में नोटिस जारी किया गया, इसके साथो साथ हद तो तब पार हो गया की पंचायत द्वारा कुआं में जगत बनाकर कुआं से पानी निकालने की गिरनी निकाल लिया गया,और कुआं से पानी भरने के मना कर दिया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच सचिव द्वारा हमे नोटिस जारी किया गया, ओर हमे मोटर निकालने तथा कुआं से पेयजल पीने वालों को टैक्स देने की बात कही गई, इस ग्राम में पेयजल का मात्र साधन कुआं ही है जो कि यह कुआं भी ग्राम पंचायत का नहीं है ।सरपंच सचिव से जानकारी लेना चाहा गया तो रोजगार सहायक ने बताई कि जानकारी सकरी सरपंच द्वारा ही दी जावेगी ,हमने नोटिस जारी किया है यह सत्य है।
सकरी पंचायत में तिनगड़ी ग्राम के आदिवासी ग्रामीणों के साथ किया जा रहा सौतेला व्यवहार ।
एक तरफ तिनगड़ी ग्राम के आदिवासी ग्रामीण को कुआं में मोटर लगाकर पेयजल पीने वालों को नोटिस जारी करते है, दूसरी तरफ सकरी पंचायत से निर्माणाधीन कूप से खेतों में सिंचाई करने अनुमति दिया जाता है जिसका प्रमाण कप्पे नाला के समीप बने सार्वजनिक कूप में किसान द्वारा मोटर लगाकर खेत में सिंचाई की जा रहा है। जिसकी जानकारी जंप बालाघाट के पंचायत इंस्पेक्टर सोनवाने से दूरभाष में लेना चाहा गया,परंतु बैठक में होने के कारण जानकारी नहीं दिया गया।