Lok Sabha Elections : देश में लोकसभा चुनाव चल रहा हैं..आप कहेगें ये तो हमें मालूम हैं…इसमें नया क्या हैं..तो आपको बता दें,कि नया ये हैं,कि चुनाव में बिना लोगों के वोट किए वोटिंग प्रतिशत बढ़ता जा रहा हैं… नहीं समझे..जीं हां यही कोई नहीं समझ पा रहा हैं…कि आखिर ये मामला हैं,क्या …जब कई लोग वोट देने ही नहीं जा रहे हैं…तो अचानक से वोटिंग प्रतिशत में वृध्दि कैसे हो रही हैं…आकड़ा एक दो हजार का होता,तो समझ आता…यंहा तो सीधे- सीधे करोड़ प्रतिशत का हैं….दरअसल देश में बढ़ा हुआ वोटिंग प्रतिशत एक गंभीर मामला बन गया हैं..पहले जो फाइनल वोटिंग प्रतिशत 24 घंटे में आ जाता था..उसे जारी करने में इलेक्शन कमीशन अब 11 दिन ले रहा हैं..आखिर ऐसा क्यो, आइये इसके पीछे की कहानी बताते हैं…

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Lok Sabha Elections : लोकसभा चुनाव के चार चरणों में 543 लोकसभा सीटों में से 379 पर वोटिंग हुई हैं… जैसे आंध्र प्रदेश में वोटिंग की रात को आकड़ा रहता हैं 76.5 प्रतिशत..मगर जब चुनाव आयोग डेटा अपलोड करता हैं..तो ये आकड़ा हो जाता हैं 80.7 प्रतिशत यानी की यंहा पर 4.2प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही हैं… वहीं महाराष्ट्र की बात कर,तो महाराष्ट्र में 60.5 प्रतिशत रहता हैं..और बाद में ये आकड़ा हो जाता हैं 62.9 प्रतिशत यानी की 2.4 प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही हैं… मणिपुर में भी प्रतिशत का आकड़ा 72.5 प्रतिशत लेकिन जब अपडेट हुआ,तो 5.7 प्रतिशत की बढ़त देखी गई..यानी की 78.2 प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही हैं… वहीं अगर हम सभी राज्यों की बात करे,तो वोटिंग की रात आकड़ा था 65.4 प्रतिशत, जब ये आकड़े अपडेट हुए,तो जादू हो गया और आकड़ा 66.9 प्रतिशत हो गया… अगर वोटों के हिसाब से देखें,तो संख्या 1.07 प्रतिशत करोड़ वोटो तक पहुंच जाती हैं यानी प्रत्येक लोकसभा सीटों पर 28 हजार वोटों की वृध्दि हुई हैं….. ये आकड़े लोगों के मन में शक पैदा करते हैं..साथ ही निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर सवाल पैदा करते हैं एशोसिएसन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म यानी ADR ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचका डाली..जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट नें चुनाव आयोग से 24 मई को जवाब मांगा था जंहा सुप्रीम कोर्ट से चुनाव आयोग को 24 मई से बड़ी राहत मिली हैं..वहीं सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर मतदान का डेटा देने को लेकर इनकार किया हैं … कहा –कि देश में चुनाव चल रहा, हम कोई आदेश जारी नहीं करेंगे… आपको बता दें,कि हम बार-बार कह रहे हैं कि ये चुनाव देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव हैं..और हम इसे बचाने के लिए लड़ते रहेंगे…

Lok Sabha Elections : आपको बता दें,कि पांचवे चरण के डेटा की,अगर हम बात करे,तो पांचवे चरण में 49 सीटों पर वोटिंग हुई थी…वहीं अगर वोटिंग प्रतिशत की बात करे,तो 57.52 प्रतिशत वोटिंग हुई थी…अब आपको बताते हैं कि चुनाव आयोग ने क्या कुछ कहा हैं…चुनाव आयोग ने मतदान का डेटा देने को लेकर इनकार किया हैं… चुनाव आयोग ने कोर्ट से कहा- कि फॉर्म 17 सी यानी प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए वोटों के आंकड़े को वेबसाइट पर अपलोड करना उचित नहीं होगा। वहीं सी ऐप प्रदान करने का कोई कानूनी अधिदेश नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा- कि चुनाव के 5 चरण हो चुके है। अभी चुनाव आयोग पर प्रक्रिया बदलने के लिए दबाव डालना सही नहीं होगा। चुनाव आयोग के वकील मनिंदर सिंह ने कहा था कि याचिकाकर्ता ADR का मकसद वोटर को भ्रमित करना है। जंहा ADR की मंशा पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका 26 अप्रैल को ही खारिज की थी।वहीं सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग की ओर से यह बात कही गई हैं… कि फॉर्म 17C को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है। आरोप लगाया गया है कि फाइनल डेटा में 5 से 6 प्रतिशत का फर्क है। यह आरोप पूरी तरह से गलत है। कहा -कि चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है…

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