ग्राम पंचायतो में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर हो रही लूट, कागजों में ही चल रहा फाबड़ा..
Large scale looting of MNREGA scheme in Gram Panchayats, work is going on only on paper
मनरेगा में प्रधानों को लूट की खुली छूट
फर्रुखाबाद : शमसाबाद विकास खंड की ग्राम पंचायत बल्लू बेहटा में श्री श्याम के खेत से शिव शंकर के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। ये कार्य पिछले कई दिनों से कागजों में ही चल रहा है। इस कार्य में 39 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी रोजगार सेवक ब प्रधान द्वारा मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। जबकि धरातल पर कोई भी कार्य नही हो रहा है।
गांव के ग्रामीणों से की गई वार्ता
इस संबंध में जब गांव के ग्रामीणों से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को इस जगह काम करते हुए नहीं देखा है। उन्होंने बताया कि मेट मंगला ब ग्राम प्रधान के द्वारा दो चार लोगों को खड़ा कर फोटो खींच लिया जाता है। और फोटो खींचने के बाद बापस कर दिया जाता हैं। जब हकीकत में मौके पर जाकर देखा गया तो वहां कहीं पर भी एक भी फावड़ा मिट्टी नजर नहीं आई। सबसे आश्चर्य जनक बात ये है कि जब धरातल पर कार्य ही नहीं हो रहा है। तो फिर मनरेगा पोर्टल पर मज़दूरों की हाजिरी अपलोड क्यों की जा रही है। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है।कि एपीओ कुलदीप यादव द्वारा मोटा कमीशन डकार कर लूट की खुली छूट प्रदान की जा रही है।
ऐसी ही एक और ग्राम पंचायत
ऐसी ही एक और ग्राम पंचायत रशीदपुर तराई जहां इकरारजां के खेत से पलिया महेंद्र के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। जिसमें कि पिछले कई दिनों से कागजों में ही मनरेगा मजदूर फाबड़ा चला कर कार्य को कागजों में पूर्ण कर रहे हैं।ज्ञात हो कि रशीद पुर तराई का प्रधान महेश ब रोजगार सेवक धर्मेंद्र द्वारा मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर उच्चाधिकारियो सहित सरकार को भी ठेंगा दिखा रहा है। ठेंगा दिखाएं भी क्यों न जब मानसिक तौर पर सपाई एपीओ कुलदीप यादव द्वारा मोटा कमीशन डकार कर लूटने की खुली छूट जो प्रदान की गई है।
भ्रष्टाचार अपने चरम पर
जहां भ्रष्टाचार अपने चरम पर है बह ग्राम पंचायतें इस प्रकार हैं प्रहलादपुर संतोष,अहमदगंज, कुआं खेड़ा खास, कुआं खेड़ा बजीर आलम, समैचीपुर चितार,परम नगर गंगलऊ, करनपुर गंगतारा,चिलसरा,सहित ऐसी और भी कई ग्राम पंचायतें है जिनमें हो रहे भ्रष्टाचार की कहानी अगले अंक में प्रकाशित की जाएगी,