Brahmin Vote :चुनाव के चलते सियासत गर्म नजर आ रही हैं।जिसके बाद हर कोई नेता अपनी -अपनी चलाने में लगा हुआ हैं।वहीं हर जगह हर नेता अपने प्रत्याशी को लुभाने में लगा हैं। अमित शाह रायबरेली की रैली के बाद मनोज पांडेय के घर गए। वहीं मनोज पांडेय कुछ महीने पहले ही सपा को छोड़कर भाजपा में आए थे लेकिन वह लगातार दिनेश सिंह के चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे देश की हाईप्रोफाइल मानी जाने वाली रायबरेली सीट पर सियासी घमासान तेज होता जा रहा है। साथ ही वोट बैंक साधने की बिसात भी बिछाई जा रही हैं। रविवार को गृहमंत्री अमित शाह जब गांधी परिवार के गढ़ पहुंचे तो पार्टी की सियासी पिच को मजबूत करते दिखे। यही वजह रही कि चुनावी जनसभा को संबोधित करने के बाद वह पूर्व मंत्री एवं ऊंचाहार विधायक डॉ. मनोज कुमार पांडेय के घर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री एवं उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उनसे भाजपा प्रत्याशी का सपोर्ट करने की बात कही।

Brahmin Vote :मिली जानकारी के मुताबिक,गृहमंत्री की यह सियासी मजबूरी ऐसे ही नहीं थी। वह जानते हैं कि जिले की सियासत की चुनावी पिच में ब्राह्मण वोट बैंक क्या रोल अब तक निभाता आया है। करीब 11 फीसदी ब्राह्मण वोटर चुनाव जीत में अहम भूमिका निभाता रहा है। दरअसल, जिले में इस बात की अफवाह फैल रही थी कि पूर्व मंत्री का बेटा जरूर भाजपा में शामिल हो गया है, लेकिन वह भाजपा का सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। इस वजह से पार्टी कमजोर है। यदि ब्राह्मण वोटर का झुकाव पार्टी की तरफ हो जाए तो गांधी परिवार के गढ़ में भाजपा पहले की तुलना में और मजबूत हो जाएगी। सियासत के माहिर गृहमंत्री अमित शाह जब रायबरेली पहुंचे तो उन्होंने एक नया संदेश देने की कोशिश की। भाजपा प्रत्याशी एवं प्रदेश के राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह के साथ वह पूर्व मंत्री के घर पहुंचकर बता दिया कि मनोज पांडेय पार्टी का सपोर्ट कर रहे हैं। बेवजह की अफवाह फैलाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री के घर पर चाय पी। वह करीब आधा घंटे तक रहे। पूर्व मंत्री ने गृह मंत्री को विश्वास दिलाया कि वह पार्टी का सपोर्ट करेंगे। रायबरेली में इस बार कमल जरूर खिलेगा।

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नामांकन और सभा में नहीं हुए थे शामिल..


Brahmin Vote :आपको बता दें,कि मालूम हो कि मनोज पांडेय आज जीआईसी मैदान में हुई अमित शाह की रैली में शामिल नहीं हुए थे। इसके पहले वह भाजपा प्रत्याशी दिनेश सिंह के नामांकन में भी नहीं आए थे। जंहा पर उनके ना आने से यह अटकलें लगनी शुरू हो गईं थीं कि मनोज पांडेय भाजपा में आ जरूर गए हैं लेकिन वह दिनेश सिंह के साथ नहीं हैं। भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह के नामांकन भरने से पहले प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पूर्व मंत्री मनोज कुमार पांडेय के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी। इस दौरान डिप्टी सीएम, भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री के बीच चुनाव को लेकर चर्चा हुई थी। डिप्टी सीएम ने भाजपा प्रत्याशी का सपोर्ट करने की बात कही थी। नामांकन वाले दिन ही पूर्व मंत्री के बेटे ने भाजपा भी ज्वाइन की थी।

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