Bajarang Punia: बजरंग पूनिया को मार्च के महीने में पेरिस ओलिंपिक क्वालीफायर्स के लिए आयोजित नेशनल सिलेक्शन ट्रायल्स में हार का सामना करना पड़ा था। अब नाडा से अस्थायी तौर पर सस्पेंड होने के बाद उनकी ओलिंपिक दावेदारी पर भी खतरा मंडराने लगा है। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने बड़ा फैसला लेते हुए पहलवान बजरंग पूनिया को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, जिससे अब इस स्टार पहलवान की पेरिस ओलिंपिक के लिए दावेदारी खत्म होने का खतरा पैदा हो गया है। नाडा का यह आदेश 10 मार्च को सोनीपत में चयन परीक्षण के दौरान पूनिया के मूत्र का नमूना जमा करने में विफल रहने के बाद आया है। कुछ महीने पर बजरंग पूनिया ने एक वीडियो जारी कर डोप कलेक्शन किट के एक्सपायर होने का आरोप लगाया था, इसके बाद उन्होंने सोनीपत में टेस्ट के दौरान सैंपल देने से इनकार कर दिया था।

Bajarang Punia: मिली जानकारी के मुताबिक,नाडा ने अपने बयान में कहा, ‘नीचे पैराग्राफ 4:1:2 के अधीन और एनएडीआर 2021 के अनुच्छेद 7.4 के अनुसार, आपको इस मामले में सुनवाई में अंतिम निर्णय से पहले किसी भी प्रतियोगिता या गतिविधि में भाग लेने से तुरंत अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाता है।’ यदि आरोप बरकरार रहते हैं, तो तोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले पूनिया को अगले महीने होने वाले चयन ट्रायल से रोक दिया जाएगा। अभी तक किसी भी भारतीय ने 65 किग्रा वर्ग में कोटा नहीं जीता है। सुजीत कलकल 9 मई से इस्तांबुल में शुरू होने वाले विश्व क्वालीफायर में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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Bajarang Punia: साथ ही साथ आपको बता दें,कि भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया को बड़ा झटका लगा है. पूनिया को नेशनल एंट्री डोपिंग एजेंसी ने अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है. पूनिया ने मार्च में सोनीपत में आयोजित नेशनल ट्रायल्स के दौरान डोप सैम्पल नहीं दिया था, जिसके चलते उनपर यह कार्रवाई की गई हैं. बता दें,कि बजरंग पूनिया को मार्च के महीने में पेरिस ओलिंपिक क्वालीफायर्स के लिए आयोजित नेशनल सिलेक्शन ट्रायल्स में हार का सामना करना पड़ा था। अब नाडा से अस्थायी तौर पर सस्पेंड होने के बाद उनकी ओलिंपिक दावेदारी पर भी खतरा मंडराने लगा है। डीसीओ की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अपने समर्थकों से घिरे पूनिया ने लगातार अपना बयान दोहराया और डोप सैंपल देने से इनकार करते हुए तुरंत कार्यक्रम स्थल से चले गए।’ जिसके बाद उनको कहा गया हैं,कि ‘यदि आप टेस्ट को स्वीकार करते हैं, तो अपील के अधिकार के अधीन, मामले को आगे की अनुशासनात्मक कार्यवाही के बिना हल किया जाएगा। यदि आप असहमत हैं, तो मामले को निर्णय के लिए डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के पास भेजा जाएगा।दिलचस्प बात यह है कि निलंबन पत्र यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा मान्यता प्राप्त महासंघ के बजाय भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की अब समाप्त हो चुकी तदर्थ समिति को भेजा गया था। डोप संग्रहकर्ता अधिकारी की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि बजरंग पूनिया यह बताए जाने के बावजूद चले गए कि इनकार करने पर डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन के लिए उन्हें नोटिस दिया जाएगा।

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